क्या आप चुप हैं?

जेन फकीर बोकॉजू का एक नया-नया भिक्षु शिष्य उसके पास बैठा हुआ था, और मौन था। ज़ेन फकीर बोकॉजू अपने पास एक डंडा रखते थे। शिष्य मौन बैठा था। शिष्य ध्यान कर रहा था, और ज़ेन फकीर बोकॉजू ने उठाया डंडा और बड़ी ज़ोर से उसकी पीठ पर मारा और कहा - 'चुप करके बैठ'। शिष्य ने कहा , 'गुरुदेव! चुप तो हूँ ' । गुरु ने एक और डंडा ठोक दिया और बोले - 'तू झूठ बोल रहा है, क्या तू चुप था ? 'अब शिष्य सोच में पड़ गया । जीभ चुप थी ; मौन थी ज़ुबान, पर मन बोल रहा था।

ऋषि अमृत : अगस्त 2007

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